सच्चे भक्त की क्या हैँ पहचान? कैसे बने सच्चे भक्त? ॐ नमः शिवाय
ऐसा भी समय था की जब भोर के समय एक लकड़हारा काम पर अपनी कुल्हाड़ी लेकर निकल जाता था तो सर्वप्रथम क्या करता था – पेड़ को नमन , क्योंकि वह उस पेड़ को अपने से बड़े के रूप में देख रहा होता है। तो इसी तरह की सजगता मौजूद थी कि जब भक्ति जीवन का एक हिस्सा थी, और कोई ऐसी वस्तु भी नहीं की जिसका आप अभ्यास करें। ऐसा हैँ की भक्ति का अभ्यास बिलकुल नहीं कर सकते।…