शिव महापुराण कथा क्या है ?
शिव महापुराण भगवान शिव को समर्पित एक हिंदू धार्मिक ग्रंथ है। यह अठारह प्रमुख पुराणों में से एक है, और इसमें भगवान शिव के जीवन और कर्मों का वर्णन करने वाली कहानियाँ और किंवदंतियाँ हैं। पाठ हिंदू दर्शन, ब्रह्मांड विज्ञान और योग प्रथाओं के विभिन्न पहलुओं के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है, और यह उन लोगों के लिए ज्ञान का एक महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है जो हिंदू धर्म की शैव परंपरा का पालन करते हैं। पाठ को कई अध्यायों में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक भगवान शिव के जीवन और शिक्षाओं के एक अलग पहलू से संबंधित है। उदाहरण के लिए, कुछ अध्यायों में ब्रह्मांड के निर्माण, ब्रह्मांडीय क्रम में भगवान की भूमिका और उनके प्रति भक्ति और भक्ति के महत्व पर चर्चा की गई है। अन्य अध्याय विभिन्न अनुष्ठानों का विस्तृत विवरण प्रदान करते हैं, जैसे कि शिवलिंग के रूप में भगवान शिव की पूजा, और इन अनुष्ठानों के प्रदर्शन के माध्यम से प्राप्त होने वाले लाभ।
इस पुराण में मौजूद कुछ प्रसिद्ध कहानियाँ हैं:
1.शिव का पार्वती से विवाह
2.रुद्राक्ष की उत्पत्ति
3.त्रिपुरा का विनाश
4.जप माला में 108 मनकों का महत्व।
यह पुराण भारत भर में पाए जाने वाले विभिन्न “शिव-लिंगमों” और उनसे जुड़ी किंवदंतियों का वर्णन करने के लिए भी प्रसिद्ध है। इसे सबसे पुराने पुराणों में से एक कहा जाता है और इसे संस्कृत भाषा में लिखा गया है