- आधा कप उबलता हुआ गर्म पानी लें। इससे एक चम्मच अदरक का रस मिलायें और जितना गर्म पी सकें, उतना गर्म पियें। हर घंटे के बाद एक खुराक लेते रहने से पानी की तरह हो रहे पतले दस्त भी बंद हो जाते हैं।
- सूखे आंवले को पानी में बारीक पीस लें और लुगदी बना लें।
- रोगी के नाभि के चारों ओर उस लुगदी का कुआं सा घेरा बना दें। नामि बीच में खाली रहे। इस घेरे में तुरन्त अदरक का रस भर दें और रोगी को चित्त लिटा दें। इस क्रिया से बिना औषधी खाये भयंकर-से भयंकर, पानी की भांति बहने और न रुकने वाले दस्त भी रुक जाते
- हैं। ज्वर में होने वाले पतले दस्तों को निम्न औषधियों से रोकना चाहिए 1. सोंठ, गिलोय, इन्द्र-जौ तथा नागरमोथा इन्हें समभाग लेकर
- काढ़ा बनाकर पीने से दस्त बन्द हो जाते हैं।
- धनिया, सोंठ, कच्ची बेलगिरी, खस और नागरमोथा इन्हें समभाग लेकर काढ़ा (क्वाथ) बनाकर पीने से पतले दस्त बंद हो जाते हैं।
- पीपल, गजपीपल और खील इनके क्वाथ में शहद तथा मिश्री मिलाकर पीने से ज्वर में होने वाले दस्त, प्यास एवं वमन दूर होते हैं। 4. गिलोय, इन्द्र-जौ, नागरमोथा, चिरायता, नीम, अतीस और सौंठ इन्हें समभाग लेकर, क्वाथ बनाकर पीने से दस्त बंद हो जाते हैं।